वनविभाग के पेंटिंग ठेके में बड़ा भ्रष्टाचार
वन विभाग के अभियंता ढोढरे आए ठेकेदार के बचाव में
चंद्रपुर :- चंद्रपुर शहर में इंद्रानगर में वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के इलाज के लिए ट्रांसिट अस्पताल निर्माण किया गया था। इस अस्पताल में वन्य प्राणी जख्मी होने पर उपचार के लिए लाया जाता है। इसी वन्य प्राणियों के अस्पताल की परिसर की दीवार की पेंटिंग का ठेका हाल ही में निकाला गया था। इस ठेके में ठेकेदार को प्राइमर पेंट का उपयोग करना था। पर ठेकेदार सचिन चननेवार द्वारा प्राइमर पेंट का उपयोग ना करते हुए अपनी मर्जी से चुने का उपयोग किया गया है। जिस से ठेकेदार सचिन चननेवार द्वारा वनविभाग को चुना लगाया गया ऐसी चर्चा परिसर में सुनाई दे रही है।
अभियंता ढोढरे उतरे ठेकेदार के बचाव में
जब इस मामले की अधिक जानकारी इकट्ठा करने हेतु वनविभाग के अभियंता ढोढरे से संपर्क किया गया तो उन्होंने साफ शब्दो में कहा है की ठेकेदार द्वारा चुने का उपयोग नही किया गया और प्राइमर पेंट का ही उपयोग किया गया है। प्राइमर पेंट के डिब्बों से पेंट मरता हुए अभियंता ढोढ़रे ने स्वयं देखा है। जब ढोढरे से पूछा गया की आपने स्वयं इसकी जांच की थी क्या? तब अभियंता ढोढरे ने कहा की प्राइमर पेंट के डिब्बों से पेंट निकाल कर किया जा रहा था तो इससे ज्यादा अधिक जांच क्या करनी है? जब अभियंता ढोढरे से स्थल पर साथ चलने के लिए हमारे प्रतिनिधि द्वारा कहा गया तो अभियंता ढोढरे ने साथ चलने से साफ मना कर दिया। जिस से यह अंदाजा होता है की दाल में कुछ काला हैं। अभियंता ढोढरे से बातचीत कर ऐसा लगा की अभियंता ढोढरे ठेकेदार सचिन चननेवार को बचाने का प्रयास कर रहे है। इसलिए स्थानीय नागरिकों द्वारा वन विभाग के आला अफसरों से काम की जांच की मांग की जा रही है। अब देखना यह है की क्या वन विभाग के आला अफसर इस मामले की जांच कर कार्रवाई करेगे? जांच का विषय