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N N ग्लोबल में कोयले की चोरी पर प्रशासन चुप क्यों?

कहा से आती है यह डस्ट कैसे होता है उपयोग? बॉबी है भाटिया का मुख्य डस्ट सप्लायर महसूल विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, और संबंधित विभाग बने मूकदर्शक

चंद्रपुर :- जैसा की हमने पिछली २ खबर में प्रकाशित किया था की n N ग्लोबल वाशरी में खुले आम किस तरह मिक्सिंग का काम जारी है। राजुरा में स्थित हरी गंगा ऊर्जा केंद्र से मिलावटी डस्ट प्रदीप अग्रवाल द्वारा खरीदा गया है। और इस निरूपयोगी डस्ट को n N ग्लोबल वाशरी में भेजा जा रहा है। जिस से n n ग्लोबल वाशरी के मालिक द्वारा सरकारी सयंत्रो को भेजे जाने वाले कोयले में मिलावट कर संयंत्रो को भेजने का काम इस वाशरी में किया जा रहा हैं। और अच्छी गुणवत्ता का कोयला जो धुलाई कर सरकारी सयंत्रों को भेजा जाना चाहिए था इस कोयले को अच्छे दामों में बाहरी बाजारों में बेचने का काम N N ग्लोबल वाशरी के मालिक द्वारा किया जा रहा है। साथ ही इस वाशरी से होने वाले प्रदूषण से आस पास के खेतो की हालत खराब होती नजर आरही है। N n ग्लोबल वाशरी से निकलने वाला पानी पास के ही नालों तथा नदियों में छोड़ ने जानकारी प्राप्त हुई है। और यह पानी नालों से गुजरते हुए सीधा आस पास के खेतो में जा रहा है। जिस से आस पास के किसानों की फसलें बरबाद हो रही है। और किसानों को भारी नुकसान झेलना पढ़ रहा है।

कहा से आती है यह डस्ट कैसे होता है उपयोग?

जैसे के आप को पता है की N N ग्लोबल वाशरी में अच्छी गुणवत्ता वाले कोयले में डस्ट मिला कर सरकारी संयंत्रो को भेजा जा रहा है। पर यह डस्ट आती कहा से है और कौन इसे सप्लाई करता है यह बड़ा सवाल आप के मन में आरहा होगा? तो आप को बताता चलु की कोयले में मिलावट के लिए काली राखड़ का उपयोग किया जाता है। जिसे कोयला व्यापारियों द्वारा E S P डस्ट कहा जाता है। यह डस्ट ऊर्जा केंद्र, सीमेंट फैक्ट्री, जैसे उद्योग कंपनियों में प्राप्त होता है। जानकारों के मुताबिक इस डस्ट को बेचना अवैध माना जाता है। और इस डस्ट को ईट भट्ठे जैसे उद्योग में उपयोग करने का प्रावधान है। पर भाटिया द्वारा इस डस्ट को ईट भट्ठे की जगह प्रशासन को चुना लगाने हेतु किया जा रहा है। यानी इस डस्ट को अच्छी गुणवत्ता वाले कोयले में मिला कर सरकारी संयंत्रो को भेजना। और सरकारी संयत्र को धुलाई कर भेजे जाने वाले कोयले को बाहरी बाजारों में बेच कर प्रशासन को चुना लगाना।

बॉबी है भाटिया का मुख्य डस्ट सप्लायर

चंद्रपुर में ऊर्जा केंद्र और सीमेंट फैक्ट्री जैसे कई उद्योग मौजूद है। साथ ही esp डस्ट का व्यापार भी जिले में काफी बड़ा है। इन कंपनियों से निकलने वाले डस्ट के कई व्यापारी भी हैं। पर N N ग्लोबल कोल वाशरी में इस डस्ट को पहुंचाने का काम केवल बॉबी नामक व्यक्ति द्वारा किया जाता है। सूत्र बताते है की N N ग्लोबल के मालिक द्वारा सीधे किसी भी व्यक्ति से डस्ट खरीदा नही जाता है। डस्ट खरीदी कर n n ग्लोबल वाशरी में भेजने का पूरा काम बॉबी संभालता है। और बॉबी खुद भी इस डस्ट का कारोबार करता है। सूत्र बताते है की बॉबी द्वारा घुगुस में स्थित लॉयड मेटल कंपनी और A A एनर्जी ऊर्जा केंद्र वडसा से इस डस्ट का व्यापार जारी है। लॉयड मेटल से निकलने वाली डस्ट को बॉबी द्वारा N N ग्लोबल वाशरी में मिलावट करने के लिए भेजा जाता हैं।

महसूल विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, और संबंधित विभाग बने मूकदर्शक

n N ग्लोबल कोल वाशरी हमेशा से ही विवादो में घिरी रही है। आए दिन इसके खिलाफ अखबारों में खबरे प्रकाशित होती नजर आती है। कभी प्रदूषण के नाम पर तो कभी कोयला चोरी के नाम पर हमेशा से ही यह वाशरी चर्चा में नजर आती है। और कई पर्यावरण संरक्षण संघटनाओ द्वारा इसके खिलाफ आवाज उठाते नजर आते है। इसके बावजूद भी जिला का महसूल विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, और संबंधित विभागों द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई दिखाई नहीं देती। जिस से कोल वाशरी के मालिक भाटिया को अभय प्रदान करने का काम चंद्रपुर जिले का महसूल विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किया जाता है। भाटिया जैसे लोग करोड़ों रुपए का झोल कर लाखो रुपयों से संबंधित विभागों का मूह बंद कर देते है। और इस काला बाजारी में प्रशासन ही नही तो सफेद पोश खादी वाले भी शामिल बताए जाते हैं। अब देखना यह हैं की क्या प्रशासन द्वारा इस मामले की जांच कर दूध का दूध पानी का पानी किया जाएगा? अगर अब भी कार्रवाई नही की जाती है तो इस काला बाजारी को रोकने के लिए जल्द ही जिलाधिकारी चंद्रपुर और संबधित विभागों को ज्ञापन सौप कर कार्रवाई करने की मांग भारतीय ऑल मीडिया सुरक्षा फोरम ऑफ इंडिया द्वारा किए जाने की जानकारी है।

इस संदर्भ में N N ग्लोबल वाशरी के मैनेजर कोहिनूर से उनका पक्ष जानने के लिए फोन के माध्यम से संपर्क किया गया था। पर कोहिनूर द्वारा फोन नही उठाया गया। जिस से उनका पक्ष जान नही पाए है।

कोयला चोर वाशरी को जल्द एक और करोड़ों का ठेका

सूत्र बताते है की कोयला चोर वाशरी को एक नया ठेका मिला है। जिसकी पूरी जानकारी अगली खबर में प्रकाशित की जाएगी।

प्रिय पाठक यह खबर हमने काफी मेहनत से जानकारी इकट्ठा कर बनाई हैं। कृपया कोई भी व्यक्ति खबर को कॉपी ना करे। और इस ज्यादा से ज्यादा लोगो में शेयर करे 

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