मनपा अंतर्गत आने वाला फुटपाथ चढ़ा किराए की भेट
फुटपाथ को मालकी जगह होने का किया जा रहा है दावा

चंद्रपुर:- चंद्रपुर शहर मनपा के हाल काफी बेहाल हो चुके है। यहां फुटपाथ तो है पर मनपा के कब्जे में नही बल्कि मनपा की जगह कोई और ही फुटपाथ पर दुकानें लगाने के एवज में हफ्ता वसूली करते फिर रहे है। चंद्रपुर शहर मनपा के सामने फुटपाथ और ट्रैफिक यह एक बड़ी चुनौती हमेशा से ही रही है। फुटपाथ पर तो दुकान दारो ने तो इस तरह कब्जा कर रखा है मानो वह जगह मनपा की नही उन दुकान दारो की ही है। और मनपा प्रशासन इसपर अपनी चुप्पी साधे कई वर्षो से बैठा हुआ है। शहर में फुटपाथ पर दुकानों का समान रखे जाने की वजह से सामान्य नागरिकों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा हैं। और शहर के कई दुकाने तो ऐसे मौजूद है जिन्होंने फुटपाथ को ही अपने कब्जे में ले लिया है। और कई तो ऐसे भी है जिनका दुकान का सामान रोड तक आचुका है। महानगर पालिका चंद्रपुर की और से इन दुकानदारों पर वरदान है प्रतीक होता है।
चंद्रपुर शहर में ऐसे कई लोग है जिन्होंने फुटपाथ को अपनी मालिक जमीन समझ कर किराए पर चढ़ा दिया हैं और किराए का दर मनपा से कई जादा है। एक कथित व्यक्ति मनपा द्वारा बनाए गए फुटपाथ पर अपना मालिक हक जमाए बैठा है। जिसकी मनपा हद में लग भग १०- २० दुकानें है। यानी मनपा के फुटपाथ पर दुकान लगाना है तो उस कथित व्यक्ति को किराया देना पड़ेगा। ऐसा कर मनपा की जगह पर अपनी मालिक हक बतला कर लाखो करोड़ों रुपए मनपा के हिस्से के लोगो ने डकार गए है। इसका सीधा नुकसान महानगर पालिका चंद्रपुर को हो रहा है। फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले अवैध तरीके से वसूली करने वाले को त्रस्त दिखाई देते हैं। लगभग १०,००० से १५,००० के करीब प्रतिमाह के किराए के रूप में कथित लोग डकार रहे है। और मनपा प्रशासन कुंभ करन की नींद में सोता नजर आरहा है। क्या मनपा प्रशासन के ही कर्मचारियों ने फुटपाथ को कुछ कथित लोगो के कमाई जरिया बनाया है। क्या उन कथित अवैध वसूली करता मनपा को भी अवैध वसूली का कुछ हिस्सा पहुंचा रहे है। अब देखना यह है की मनपा प्रशासन का अतिक्रमण विभाग फुटपाथ को अपनी मालिक जमीन बतलाने वालो के खिलाफ कार्रवाई करेगा? जांच का विषय