चंद्रपुर/गडचिरोली सुरक्षा रक्षक मंडल के सहायक आयुक्त उड़ा रहे सूचना का अधिकारी कानून की धज्जियां

चंद्रपुर :- चंद्रपुर जिले के चंद्रपुर/ गडचिरोली सुरक्षा रक्षक मंडल के सहायक आयुक्त तथा प्रथम अपीलीय अधिकारी द्वारा ही सूचना का अधिकार अधिनियम २००५ की खुलेआम धज्जियां उड़ाएं जाने का मामला सामने आया है।
आप का बता दूं शासन प्रशासन द्वारा लागू किए गए योजनाएं तथा कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार पर नजर रखने हेतु इस कानून का निर्माण किया था। पर चंद्रपुर शहर में इस कानून को मजबूत बनाने के लिए जिस अफसर को नियुक्त किया गया था उसी अफसर द्वारा इस कानून को कमजोर बनाने की कोशिश नजर आरही है।
चंद्रपुर गडचिरोली सुरक्षा रक्षक मंडल में हुए बड़े भ्रष्टाचार को उजागर करने हेतु सूचना का अधिकार कानून का इस्तमाल कर जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास अर्जदार शोएब कच्छी द्वारा तारीख २७/११/२०२४ को किया गया था। जिस पर इस मंडल के सूचना अधिकारी द्वारा अर्जदार को गुमराह करने वाली जानकारी मुहैया कराई गई थी। जिसपर अर्जदार शोएब कच्छी द्वारा गुमराह करने वाली जानकारी दिए जाने पर प्रथम अपीलीय अधिकारी के समक्ष प्रथम अपील दायर की गई थी।
पर इस विभाग के सूचना अधिकारी से एक कदम आगे अपीलीय अधिकारी निकले। मंडल के सहायक आयुक्त तथा प्रथम अपीलीय अधिकारी धुर्वे द्वारा तारीख ६/०२/२०२५ को अपील की सुनवाई चंद्रपुर गडचिरोली सुरक्षा रक्षक मंडल सहायक आयुक्त कार्यालय प्रशासकीय भवन में रखी गई थी। पर उक्त सुनवाई में प्रथम अपीलीय अधिकारी धुर्वे स्वयं ही नदारत रहे। अपीलकर्ता नियोजित समय पर कार्यालय में पहुंचने पर अपीलीय अधिकारी गैरहाजर होने की जानकारी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा दी गई। साथ ही अबतक लगभग २ सप्ताह बीतने के बाद भी मंडल कार्यालय से अपीलकर्ता को किसी भी तरह का अपील स्थगित होने का और सुनवाई आगे बढ़ाने का कोई भी वैध पत्र व्यवहार अपीलकर्ता से नहीं किया गया है।
जिसे देख ऐसा लगता है कि प्रथम अपीलीय अधिकारी और सूचना अधिकारी जानकारी साझा करने से डर रहे है। कही इस जानकारी से मंडल में हुए कथित रूप से वसूली या फिर बड़ा भ्रष्टाचार उजागर होने का डर तो इन्हें सता नहीं रहा? जिन अफसरों को इस कानून को अमल में लाने के लिए नियुक्त किया गया है वहीं अफसर इस कानून को कमजोर करते नजर आरहे है।