पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी का भारत के गृह मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र
नई दिल्ली, 17 अगस्त 2024 — जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने भारत के गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर अहमदनगर के रामगिरी महाराज द्वारा पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक और भड़काऊ बयानों की कड़ी निंदा की है और उक्त व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
मौलाना मदनी ने कहा कि इस तरह के बयान मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को गहरी चोट पहुंचाते हैं, क्योंकि कोई भी मुसलमान अपने पैगंबर का मामूली अपमान भी बर्दाश्त नहीं कर सकता।
यह चौंकाने वाली बात है कि उक्त व्यक्ति अपने निंदनीय व्यवहार पर अडिग है, जो यह दर्शाता है कि उसने एक संगठित योजना के तहत देश की एकता और संप्रभुता को चुनौती दी है।
मौलाना मदनी ने मांग की है कि अपराधी को न्याय के कटघरे में लाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे मामलों को रोकें और देश में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठाएं।
पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि अगर इस मामले में तुरंत और सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है, जो कि किसी भी सूरत में देश के हित में नहीं है।