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रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार की ओर से मस्जिद जमाल ए मुस्तफा ग्राउंड में मनाया गया ईद मिलादुन्नबी का पर्व

आम लंगर (महाप्रसाद) के साथ बच्चों का नातिया प्रोग्राम, कौमी एकता को बढ़वा देने हेतु सभी धर्मगुरूओं का मंदिर के महाराज,चर्च के फ़ादर और मस्जिद के इमाम का सत्कार और जरूरतमंद को राशन किट बाँटने का कार्यक्रम का किया गया था आयोजन…

चंद्रपुर 30 सेप्टेंबर :-दुनिया को अमन और शांति का पैगाम देने वाले हजरत मोहम्मद की पैदाइस के मौके रविवार को रैयतवारी कॉलरी मस्जिद जमाल ए मुस्तफा ग्राउंड में कई वर्षों से हर समाज त्योहार और महापुरषों की जयंती मनाई जाती है।जैसे बाबा साहेब अम्बेडकर जयंती में शरबत वाटप,रामनवमी में मिठाई वाटप,गणेश विसर्जन शोभायात्रा में लस्सी वाटप,क्रिसमस में चॉकलेट वाटप जैसे कार्यक्रम किये जाते हैं जो सर्वधर्म समभाव और कौमी एकता-भाईचारा की मिसाल है उसी तरह ईद मिलादुन्नबी का पर्व भी मनाया गया। इस अवसर पर आम लंगर (महाप्रसाद) के साथ बच्चों का नातिया प्रोग्राम, कौमी एकता को बढ़वा देने हेतु सभी धर्मगुरूओं का मंदिर के महाराज,चर्च के फ़ादर और मस्जिद के इमाम का सत्कार और जरूरतमंद को राशन किट बाँटने का कार्यक्रम आयोजित किये गये, जहां समापन पर लंगर (महाप्रसाद) का आयोजन भी किया गया।

ज्ञात हो कि सारी दुनिया को अमन शांति और मोहब्बत का पैगाम देने वाले हजरत मोहम्मद (स.अ.) का जन्मदिन वर्ल्ड पीस डे के रूप में मनाया जाता है। इस्लाम धर्म के प्रर्वतक आखिरी नबी हजरत मोहम्मद (स.अ.) की पैदाइस के मौके पर पूरे जिले और चंद्रपुर के शहर के सभी क्षेत्रों सहित जुलूस मार्गाे को हरी तोरनों और बेनरों के साथ आकर्षक द्वारों से सजाया गया था।

हजारों अकीदत मंद हुए शामिल

हजरत मोहम्मद साहब की पैदाईस के मौके पर रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार द्वारा आयोजित धर्मगुरूओं का सत्कार,जरूरतमंद को राशन किट वाटप और लंगर (महाप्रसाद) में सभी धर्मो के हजारों लोगों ने शिरकत की। जिसमे बच्चे, नौजवान और बजुर्ग और महिलाएं सभी को बैठाकर लंगर खिलाया गया।

कार्यक्रम में आये हुए प्रमुख अतिथि महाराज पं.उग्रसेन जी, फादर रविन्द्र जी,और मस्जिद जमाल ए मुस्तफा रैयतवारी कॉलरी के इमाम मौलाना अब्दुल क़दीर साहब ने अपने अपने विचार व्यक्त किये और कौमी एकता को बढ़ावा देने तथा मोहब्बत और भाईचारे के साथ सभी धर्म के लोंगो को मिलजुल कर रहने की बात कही। हमारे सिख और बौद्ध समाज के धर्मगुरुओं को भी आमंत्रित किया गया था परंतु कुछ कारण वश वो नहीं आ सके उनका भी सत्कार किया जाएगा ऐसा नौशाद अहमद सिद्दीकी जी ने बताया है।

कार्यक्रम में मस्जिद जमाल ए मुस्तफा के सदर सैजुद्दीन शेख,नौशाद अहमद सिद्दीकी, ताजुद्दीन शेख़, सुल्तान अशरफ़ अली,सुधीर कारंगल, राजेश अडूर,राजू यादव,रिज़वानुल हसन,हैदर अली,अनवर अली शाह,वहीद शेख,शाहिद शेख,मोइनुद्दीन शेख,शहंशाह शेख,मोहम्मद गौस,सलमान चौधरी, शोहेब शेख,सगीर भाई,रहिस अहमद, चंद्रराज बथो, सुरेंद्र सोनकर, विनोद सोनकर,गुलाब केवट,बछराज प्रजापति,अजय शाहरे, मिथुन,इब्राहिम शेख,सलीम शेख,सब्बीर शेख,यूनुस भाई, फ़िरोज़ खान,मो.जास,इस्राइल भाई,रूस्तम शेख,दिलशाद सिद्दीकी, अख्तर सिद्दीकी, जैनुद्दीन भाई, इमरान,बिल्ला भाई,शाहनवाज़,साहिल,सहित रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार के सभी लोगों की मौजूदगी और योगदान रहा।

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