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चंद्रपुर जिले में शाम ५ बजे तक ५५.११ फीसदी हुआ मतदान

अन्य तहसीलों से सबसे कम हुआ चंद्रपुर में मतदान प्रशासन की असुविधा और सूची में नाम दर्ज ना होने की वजह से कई मतदाता रहे मतदान से वंचित

चंद्रपुर :- चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 18 लाख 37 हजार 906 मतदाता हैं। इनमें 9 लाख 45 हजार 736 पुरुष मतदाता, 8 लाख 92 हजार 122 महिला मतदाता और 48 अन्य मतदाता हैं. इनमें से शाम 5 बजे तक 5 लाख 26 हजार 229 पुरुष मतदाता (55.64 फीसदी), 4 लाख 86 हजार 708 महिला मतदाता (54.56 फीसदी) और 5 अन्य नागरिकों (10.42 फीसदी) ने वोट डाले कुल ५५.११ फीसद मतदान चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र में हुआ है।

अन्य तहसीलों से सबसे कम हुआ चंद्रपुर में मतदान

चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक 55.11 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. राजुरा में 59.14 प्रतिशत, चंद्रपुर में 48.20 प्रतिशत, बल्लारपुर में 59.06 प्रतिशत, वरोरा में 57.56 प्रतिशत, वाणी में 58.87 प्रतिशत, अरनी विधानसभा क्षेत्र में 49.70 प्रतिशत मतदान हुआ। अन्य तहसीलों के मुकाबले चंद्रपुर में सबसे कम मतदान हुआ है।

प्रशासन की असुविधा और सूची में नाम दर्ज ना होने की वजह से कई मतदाता रहे मतदान से वंचित

चंद्रपुर जिला गर्मी के कारण पूरे देश में जाना जाता है। ऐसे में नागरिकों को प्रशासन द्वारा मतदान केंद्र सुविधा से लैस होने की उम्मीद थी। पर प्रशासन द्वारा कई मतदान केंद्रों पर लापरवाही बरती गई। चंद्रपुर के कलाराम मंदिर मतदान केंद्र की दशा भी कुछ खासी ठीक नही थी। इस केंद्र के १ नंबर रूम में में दादमहल वार्ड, काजीपुरा वार्ड के अंदाजा १४०० नागरिक मतदान करने वाले थे। पर प्रशासन द्वारा इस केंद्र में सही नियोजन नही किया गया। गर्मी की वजह से कतारों में लगे नागरिकों के हाल बदहाल होते नजर आए। जिसे देख कई मतदाताओं ने घर का रास्ता नाप लिया तो कई मतदाता अपना हक्क बजाने के लिए घंटो गर्मी में कतार में लगे नजर आए। एक खबर के मुताबिक २०१९ के लोकसभा चुनाव में ६४.८४ फीसदी मतदान हुआ था। जबकि २०२४ के लोकसभा चुनाव ने २४ हजार नए मतदाता बढ़ने के बावजूद भी केवल ५५.११ फीसद मतदान हुआ है। जबकि एक ही जगह पर कई सालो से मतदान करने वाले नागरिकों का नाम सूची में नजर नहीं आया। जिस की वजह से कई मतदाता मतदान करने से वंचित रहे। नाम सूची में नही आने की वजह से जिला चुनाव व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल सामान्य नागरिकों द्वारा उठाए गए है।

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