CSTPS के 210 मेगावाट में बड़ा हादसा
सुरक्षा विभाग की अनदेखी से कर्मचारियों की जान को खतरा

चंद्रपुर: – चंद्रपुर में स्थित चंद्रपुर सुपर थर्मल पावर स्टेशन के 210 मेगावाट यूनिट में एक बड़ी घटना गुरुवार रात में घटने की जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है। सूत्रों से पता चला है कि 210 मेगावाट में कोयले के कन्वेयर बेल्ट के स्ट्रक्चर गिरने से यह हादसा हुआ है। इस हादसे से पूरे बिजली निर्माण केंद्र में खलबली मची हुई है। सौभाग्य से स्ट्रक्चर रात में गिरने की वजह से कोई भी कर्मचारी यहां उपस्थित नहीं था। जिस वजह से किसी भी प्रकार की जान की हानि नहीं हुई है। अगर यही हादसा सुबह के समय होता तो कई कर्मचारियों को अपनी जान गवानी पढ़ सकती थी? जिससे कर्मचारियों में डर का वातावरण निर्माण हो चुका है। और सुरक्षा विभाग के खिलाफ कर्मचारियों में रोष निर्माण हो चुका है।
इस यूनिट का निर्माण होकर कई साल बीत चुके हैं इस यूनिट में कई उपकरणों की हालत काफी खस्ता हो चुकी है। जिसके चलते कई उपकरणों को केंद्र द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। फिर भी सुरक्षा विभाग इस और ध्यान नहीं देता जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों के जान पर बन आई है।
बीते वर्ष भी एक ऐसी ही घटना इस केंद्र में घटी थी। केंद्र के ६ नंबर यूनिट के बॉयलर की रेलिंग ग्रिल पर चढ़ कर एक कर्मचारी काम कर रहा था। अचानक रेलिंग ग्रिल टूटने की वजह से कर्मचारी नीचे गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गया था। उस घटना के बाद भी केंद्र के आला अफसरों द्वारा सुरक्षा विभाग के अफसरों को संरक्षण दिया गया। जिस की वजह से केंद्र में यह घटना घटी है।
सुरक्षा विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
सूत्रों से पता चला है कि यह इस विभाग के सुरक्षा अधिकारी के आलसी पन की वजह से यह हादसा हुआ है। अगर समय रहते सुरक्षा विभाग द्वारा ठोस कदम उठाए जाते तो केंद्र को इतना बड़ा आर्थिक नुकसान नहीं झेलना पड़ता था। और सूत्र यह भी बताते है कि इस विभाग के सुरक्षा अधिकारी कई वर्षों से एक ही जगह पर विराजमान है। इनके नेतृत्व में कई घटनाएं घटी है। जिसपर के केंद्र के आला अफसरों द्वारा हमेशा पर्दा डाला गया है। जिससे अब यहां कार्यरत कर्मचारियों के जान पर बन आई है।
क्या जान की क्षति पहुंचने का हो रहा है इंतेज़ार ?
सुरक्षा विभाग की अनदेखी की वजह से यह हादसा हुआ है। क्या अब किसी कर्मचारी की जान जाने के बाद केन्द्र के आला अफसर नींद से जागेंगे ऐसा सवाल कर्मचारियों द्वारा दबी आवाज़ में उठाया जा रहा है। अब देखना यह है कि इसपर केंद्र के आला अफसरों द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है।
इस मामले में केंद्र से जानकारी हासिल की गई तो कहा गया कि। किसी को कुछ हुआ नहीं है किसी को भी कुछ लगा नहीं है। किस वजह से टूटा उसका कारण पता नहीं चला है। हादसे की जांच की जा रही है।
– उपमुख्य अभियंता तथा जनसंपर्क अधिकारी डॉ. भूषण शिंदे