पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाई जा रही सड़क की में बड़ा भ्रष्टाचार
सबूत देने एक बाद भी कार्यकारी अभियंता जांच कराने में इच्छुक नहीं?

चंद्रपुर:- पीडब्ल्यूडी विभाग चंद्रपुर द्वारा कई हिस्सों में सड़क निर्माण कार्य जारी है। जिनमे पडोली, देवाड़ा, हिंगनाडा, कोसारा, शिवनी, हडस्ती, तक की सड़क निर्माण हो रही है। और इस सड़क निर्माण में बहुत ही बड़ा भ्रष्टाचार होने की जानकारी सामने आई हैं। इस सड़क निर्माण में निकृष्ट दर्जे की सामग्री इस्तेमाल की जा रही हैं। और इस भ्रष्टाचार में पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसरों की मिलीभगत होने की सूचना है। आप को बता दू पीडब्ल्यूडी विभाग के राजुरा सब डिवीजन के डिप्टी इंजीनियर की देख रेख में इस सड़क निर्माण का काम जारी है। और आश्चर्य की बात यह है की डिप्टी इंजीनियर बाजारे को अब तक यह भ्रष्टाचार दिखाई नही दिया। इस खबर को लिखने के लिए जानकारी इकट्ठा करने पर पता चला की जिस गुणवत्ता वाली सामग्री इस सड़क निर्माण में इस्तेमाल किया जाना था उस गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल ना करते हुए ठेकेदार द्वारा काम गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया जा रहा हैं। जिस से ठेकेदार की अधिक लाभ प्राप्त हो। और ठेकेदार को अधिक लाभ पहुंचाने में पीडब्ल्यूडी विभाग के डिप्टी इंजीनियर बाजारे और अन्य अफसरों का बड़ा योगदान दिखाई दे रहा है। जितना जड़ा अधिक लाभ ठेकेदार को मिलेगा उतना ही बड़ी मात्रा में घुस अफसरों को पौचाई जाएगी शायद इसीलिए भी डिप्टी इंजीनियर बाजारे और अन्य अफसरों को यह भ्रष्टाचार दिखाई नही दे रहा है। या फिर भ्रष्टाचार दिखाई देने के बाद भी मलाई को मध्य नजर रखते हुए अफसर कार्रवाई करने को नजर अंदाज कर रहे है।
इस भ्रष्टाचार की जानकारी पीडब्ल्यूडी विभाग चंद्रपुर के कार्यकारी अभियंता कुंभे साहब को दी गई थी और इस से जुड़े कुछ पुख्ता सबूत भी कार्यकारी अभियंता के सामने पेश किए गए थे कार्यकारी अभियंता कुंभे द्वारा इसकी जांच करने का जबानी आश्वासन दिया गया था पर अब तक कार्यकारी अभियंता द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नजर नहीं आई और नही कार्रवाई करने में कार्यकारी अभियंता इच्छुक दिखे। कार्यकारी अभियंता द्वारा इस विषय को नजर अंदाज किया जाने की लोगो ने कार्यकारी अभियंता और ठेकेदार में मिलीभगत होने की चर्चा आम होती नजर आरही हैं। और ये चर्चा आम हो भी क्यों ना कार्यकारी अभियंता द्वारा इस निर्माण कार्य पर कार्रवाई ना करना यही कही ना कही साबित करता है को इस महा भ्रष्टाचार को अंजाम देने उनका भी थोड़ा बहुत योगदान रहा ही होगा? अब देखना यह है की कार्यकारी अभियंता द्वारा पेटी ठेकेदार बबन अली पर कार्रवाई कर उठने वाले सवालों का जवाब देगे? या फिर खुद भी इस निर्माण कार्य में होने वाले भ्रष्टाचार का हिस्सा होने का सबूत देगे? जांच का विषय