कुंभ करण की नींद में तहसीलदार गौंड और खनिकर्म के अफसर नैताम
पठानपुरा गेट के पीछे से अब भी जारी है अवैध रेत तस्करी

चंद्रपुर:- पिछली खबर में आप को बताया गया था की किस तरह से आखिर पठानपुरा गेट के पीछे जमन जट्टी शाह दरगाह के पास से अवैध उत्खनन रेती माफियाओं द्वारा किया जा रहा हैं। पिछली खबर प्रकाशित कर लग भग अब तक २ सप्ताह बीत चुके है पर अब तक इन रेत माफियाओं पर किसी भी तरह की कोई भी पर कार्रवाई संबंधित विभागों द्वारा नही दिखी जिस से तहसीलदार और खनिकर्म विभाग की कुंभ करण की नींद साफ जाहिर हो रही है। अफसरों के आलसी पन की वजह से शासन का करोड़ों रुपए का महसूल रेत माफिया डकार रहे हैं। और अफसरों के कानो पर जूं तक नहीं रेंग रही यह बड़ी ही हैरानी की बात है। आर्थिक व्यवहार के चलते नहीं होती है कारवाई?
जब इस मामले की खबर प्रकाशित की गई उस के बाद एक कथित रेत माफिया द्वारा कहा गया की तुम क्या कर लोगो खबर डाल कर सभी को पैसे की भूख है। सभी अफसरों को पैसे चाहिए तुम्हारी खबर से कुछ नही होने वाला। ऐसी बाते वहा से रेती निकलने वाले रेत माफियाओं द्वार कही जा रही है। अब सवाल यह है की आखिर किस अफसर की पैसों की भूख रेत माफिया मिटा रहे है। कही यह व्यक्ति तहसीलदार और खनिकर्म विभाग के अफसरों की बात तो नही कर रहा? क्या अफसरों को शासन से मिल रहे वेतन से गुजारा नहीं हो रहा? क्या महंगाई अब इतनी बड़ चुकी है की शासन का महसुल बेच कर अफसर अपना गुजारा कर रहे है? समझना बड़ा मुश्किल हो चुका है। अब तो तहसीलदार और खनिकर्म विभाग के अफसर ही कार्रवाई कर इन सारे सवालों का जवाब दे सकते है। अब देखना यह है क्या तहसीलदार और खनिकर्म विभाग कुंभ करण की नींद से जाग कर रेत माफियाओं पर कार्रवाई करेगा। या फिर इसी तरह चुप्पी साध कर रेत माफियाओं द्वारा कही गई आर्थिक व्यवहार की बात को सच साबित करेगा? जांच का विषय